वो आएगी टिप टिप करती मेरे द्वारे
मेरा ही नहीं पडोसी का भी दुःख हरती
मै जोता हु बाट उसकी ताकता हु राह उसकी
लगा टकटकी निहारता हु बनावट उसकी
वो काले लगे सुहावने वो आते लगे सुहावने ||
हर्ष