Monday, September 5, 2011

शिक्षक के चरणस्पर्श करना न भूले |

स्कूल कोलाज या कोचिंग में पढाने वाला शिक्षक सिवाय पढाने के कर भी क्या सकता है ?चोक की धुल में नहाया हुआ शिक्षक जो रोज रेट रटाये तथ्य सामने लाता है छात्र छात्राओं के पैर छूने पर मुस्कराने के अलावा कर भी क्या  सकता है ?


ऐसा बहुत से लोग सोचते है और भूल जाते है की शिक्षक कई विद्यार्थियों की सोच, दृष्टिकोण और आचरण बदल सकता है और जो यह कर सकता है वो कुछ भी कर सकता है |

वह स्कूल अध्यापक की नौकरी के बाद महाराष्ट्र मे भाजपा शिवसेना गठबंधन बना उसे सत्ता दिला सकता है |
                                                                                                                               
कॉलेज मे प्रोफेसर होने के साथ वो आतंक के साये में कश्मीर में तिरंगा फेह्राने का साहस कर सकता है |

वो आज के युग की  राजनीती मे मूल्यों को यथावत रख कर कारगिल युद्ध मे विजय दिला सकता है |

वो अर्थशास्त्र के बल से  बैंक के गवेर्नेर से वित्त मंत्री और देश का प्रधानमंत्री पद पर शुशोभित हो सकता है |

वह अग्नि बना सकता है परमाणु परिक्षण मे महत्वपूर्ण भूमिका निभा कर देश के सर्वोच्च पद को शुशोभित कर सकता है | 

वो जबलपुर से शुरुवात कर देश के न जाने कितने हिस्सों मे अधत्त्मिक क्रांति ला देता है |

वो जिद पर आ जाय तो नन्द के साम्राज्य को नष्ट कर सकता है और एक दासी पुत्र को मघाद का सम्राट बना सकता है |

चाहे वो मुरली मनोहर शास्त्री हो या अटल बिहारी ,वो मनमोहन सिंह या अब्दुल कलाम हो ,
वो ओशो या विष्णु गुप्त चाणक्य भी हो सकते है याद रखे एक शिक्षक कुछ भी कर सकने में शक्षम है..................शिक्षक के चरणस्पर्श करना न भूले |

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