Friday, March 23, 2012

सफाई

घोटाले ..................और भारत सरकार एक दुसरे का पूरक लगते है ।बोफ़ोर्स से ले कर टेलिकॉम , थ्री जी और अब कोयला नजाने कितने और अभी बाकि है ।ये पैसे की भूख गरीब को रोटी नहीं और इन्हें नोट रखने की जगह कम पड़ रही है ।
वैसे दोषी हम आम कही जाने वाली जनता भी है ।हम खुद इतने आलसी और पैसे कमाने में मगन है की अपना भला बुरा नहीं सोच सकते या यु कहे की हमने अपनी सोच इतनी छोटी करली।


सरकारे हमारी ,न्यायपालिका हमारी,मीडिया बिकाऊ है ,पुलिस हमारे इशारे पर काम करती है और जनता उसका क्या वोतो सिर्फ वोट देती है और अपने काम ने लग जाती है !.......शायद यही सोच कर हर सरकार     ,जी हां
 हर सरकार लूट खसोट करने से बाज नहीं आती ।


समय आया था जब लोग एक जुट हुए पर एक आदमी से शुरुवात तो होसकती है   मगर     हौसला हिम्मत हर एक को दिखानी पड़गी ।    सब को सड़क पर उतरना जरुरी नहीं , मन में ठान लें और जिस किसी  भी दफ्तर, सरकारी आदमी से काम पड़े रिश्वत न दे  ! काम समय पर ना हो तो शिकायत करे , ये न सोचे की छोटे से काम के लिए मै क्यों शिकायत कर झमेले में फसू ...अरे भाई देश अपना घर है और सफाई के लिए हमें ही झाड़ू उठाना है ।